इसके अलावा अफगानिस्तान सदा से अफीम के उत्पादन और तस्करी के लिए भी कुख्यात रहा है. इस वजह से अफगानिस्तान सयुंक्त राष्ट्र संघ मे गैरकानूनी राष्ट्रों की सूचि मे शामिल है. अफगानिस्तान मे अफीम के उत्पादन और उसकी तस्करी से सम्बंधित कुछ तथ्य:
*दूनिया मे अफीम के कुल उत्पादन का 95% हिस्सा केवल अफगानिस्तान मे उगाया जाता है.
*अधिकतर अफीम के खेत तालिबानी लडाकों के कब्जे में रहे हैं.
*तालिबानी लडाके अफीम की तस्करी से प्राप्त आय का उपयोग शस्त्र खरीदने मे करते हैं.
*अफीम का सबसे बडा खरीददार देश अमरीका है.
*अफीम एक नशीला पदार्थ है, परंतु उसका उपयोग दवाई, अल्कोहोल मे भी होता है.
*अफगानिस्तान मे अफीम उगाने वाले किसान को प्रति किलो अफीम के बदले करीब 300 डॉलर मिलते हैं.
*यही अफीम अफगानिस्तान के बाहर 800 डॉलर प्रति किलो के भाव से बिकता है.
*यूरोपीय देशों मे अफीम के द्वारा हेरोइन नामक नशीला पदार्थ बनने के बाद इसकी किमत 16000 डॉलर प्रति किलो तक पहुँच जाती है.
*अफगानिस्तान मे सन 2006 मे 6630 टन अफीम का उत्पादन हुआ था .
source: Google
3 comments:
बहुत ही अच्छा लेख. शुक्रिया. आशा है लिखते रहेंगे. शुभकामनायें.
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उल्टा तीर
बहुत सही कह रहे हैं आप.अफगानिस्तान में अफीम से बहुत कुछ फंड हो रहा है पर सबसे ज़्यादा इसकी चपेट में जो लोग आए हैं उनकी जिंदगी बरबाद हो रही है.http://news.bbc.co.uk/2/hi/south_asia/6957238. पर गौर फरमाइए
बढिया प्रयास है आपका, धन्यवाद । इस नये हिन्दी ब्लाग का स्वागत है ।
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