मुद्रास्फीति और सरकार एवं उसके वामपंथी सहयोगियों के बीच मतभेद के कारण कम हुए निवेशकों के भरोसे के कारण कारोबारी माहौल के लिहाज से 121 देशों की सूची में भारत 12 अंक फिसलकर 64वें पायदान पर आ गया है।
फोर्ब्स द्वारा तैयार कारोबार के लिए सर्वश्रेष्ठ देशों की सूची में भारत 51वें पायदान से लुढ़क गया है, जबकि चीन पिछले साल के मुकाबले दो पायदान नीचे 79वें स्थान पर आ गया।इस सूची में डेनमार्क ने सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया है और पिछले साल के मुकाबले तीन पायदान ऊपर चढ़ा है, जिसके बाद आयरलैंड और फिनलैंड का स्थान है।
फोर्ब्स ने अपनी एक रपट में कहा कि भारत और चीन में राजनीतिक अस्थिरता के वैयक्तिक स्वतंत्रता के आड़े आने के कारण इस साल उनकी रैंकिंग गिरी है। खाद्य पदार्थों एवं अन्य जिंसों में मुद्रास्फीति और उद्यमियों पर बढ़ते दबाव ने भी विश्व के दो सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों को कारोबारी गंतव्य के तौर पर पीछे धकेल दिया।
डेनमार्क पिछले साल के मुकाबले तीन स्थान ऊपर ऑयरलैंड 19 स्थान ऊपर चढ़कर दूसरे नंबर पर फिनलैंड चार स्थान ऊपर चढ़कर तीसरे नंबर पर अमेरिका तीसरे स्थान से फिसलकर चौथे नंबर पर और ब्रिटेन पाँचवें नंबर पर है।
आयरलैंड की ही तरह एस्तोनिया 24 स्थान ऊपर चढ़कर 10वें नंबर और सऊदी अरब 37 स्थान छलाँग कर 47वें नंबर पर पहुँच गया है।हालाँकि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका एक अंक फिसल कर चौथे नंबर पहुँच गया है, जबकि एक अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्था ब्रिटेन ने अपना पाँचवाँ स्थान बरकरार रखा है।
फोर्ब्स ने कहा कि भारत सरकार ने विदेशी कारोबार और निवेश पर नियंत्रण कम कर दिया है। रपट में कहा गया कि सरकारी कंपनियों का निजीकरण रूका हुआ है और इस पर राजनैतिक बहस जारी है। संप्रग सरकार के आंतरिक और वामपंथी सहयोगियों के दबावों कारण आवश्यक पहल रुकी हुई है।फोर्ब्स ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या बुनियादी सामाजिक आर्थिक और पर्यावरणीय समस्याएँ हैं।
Monday, June 30, 2008
Saturday, June 28, 2008
अब एशिया कप दूर नहीं
बांग्लादेश पर भारी जीत ने यह उम्मीद फिर से जगा दी है की हम 13 साल बाद एशिया कप विजेता बनंगे। भारत ने राह में आने बाले सारे कांटे को रोंधते हुए लगातार तीसरी जीत हासिल की है।
बांग्लादेश ने टॉस जीत कर पहले बलेबाजी का फैसला किया, अलोक कपाली के 96 गेंद में 115 रन ने इश फैसले को एक हद तक सही घोषित किया और बांग्लादेश ने 50 ओवर में 283 रन बनाये। तम्मिम इकबाल ने 55 रन बनाये.
जबाब में भारत ने उत्थपा का विकेट जल्दी खो दिया. लेकिन गंभीर और रैना के आतिशी पारी ने बांग्लादेश को सँभालने नहीं दिया. गंभीर ने 84 बाल में 90 रन बनाये, वही रैना ने अपने जबरदस्त फॉर्म को कायम रखते हुए 107 बाल में 116 रन बनाये. रैना को प्लेयर ऑफ़ द मैच घोषित किया गया.
बांग्लादेश ने टॉस जीत कर पहले बलेबाजी का फैसला किया, अलोक कपाली के 96 गेंद में 115 रन ने इश फैसले को एक हद तक सही घोषित किया और बांग्लादेश ने 50 ओवर में 283 रन बनाये। तम्मिम इकबाल ने 55 रन बनाये.
जबाब में भारत ने उत्थपा का विकेट जल्दी खो दिया. लेकिन गंभीर और रैना के आतिशी पारी ने बांग्लादेश को सँभालने नहीं दिया. गंभीर ने 84 बाल में 90 रन बनाये, वही रैना ने अपने जबरदस्त फॉर्म को कायम रखते हुए 107 बाल में 116 रन बनाये. रैना को प्लेयर ऑफ़ द मैच घोषित किया गया.
आउटसोर्सिग के क्षेत्र में भारतीय आगे
आउटसोर्सिग कारोबार के मामले में भारत का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है। आलम यह है कि आउटसोर्सिग का कारोबार करने वाले दुनिया के सात अरबपतियों में से पांच भारतीय हैं।
फोर्ब्स पत्रिका की ताजा सूची में आउटसोर्सिग का कारोबार करने वाले पांच अरबपति भारतीयों में से तीन एन। आर। नारायणमूर्ति, नंदन निलकेनी और सेनापति गोपालकृष्णन सॉफ्टवेयर क्षेत्र की मशहूर भारतीय कंपनी इंफोसिस टेक्नोलोजी के हैं।
अन्य दो व्यवसायी विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी और एचसीएल टेक्नोलोजीज के शिव नाडार हैं।फोर्ब्स ने अपने सर्वेक्षण में पाया है कि इन पांचो भारतीय व्यवसायियों ने वैश्विक स्तर पर सॉफ्टवेयर और सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित सेवाएं मुहैया कराकर अरबों डालर कमाए हैं।
इन पांच भारतीय व्यवसायियों के अलावा आउटसोर्सिग का कारोबार करने वाले अन्य दो व्यवसायी टेरी गू और बैरी लैम हैं। ये दोनों व्यवसायी ताईवान के हैं जिनकी कंपनियां इलेक्ट्रोनिक क्षेत्र में अनुबंध आधारित कारोबार करती हैं।
फोर्ब्स पत्रिका की ताजा सूची में आउटसोर्सिग का कारोबार करने वाले पांच अरबपति भारतीयों में से तीन एन। आर। नारायणमूर्ति, नंदन निलकेनी और सेनापति गोपालकृष्णन सॉफ्टवेयर क्षेत्र की मशहूर भारतीय कंपनी इंफोसिस टेक्नोलोजी के हैं।
अन्य दो व्यवसायी विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी और एचसीएल टेक्नोलोजीज के शिव नाडार हैं।फोर्ब्स ने अपने सर्वेक्षण में पाया है कि इन पांचो भारतीय व्यवसायियों ने वैश्विक स्तर पर सॉफ्टवेयर और सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित सेवाएं मुहैया कराकर अरबों डालर कमाए हैं।
इन पांच भारतीय व्यवसायियों के अलावा आउटसोर्सिग का कारोबार करने वाले अन्य दो व्यवसायी टेरी गू और बैरी लैम हैं। ये दोनों व्यवसायी ताईवान के हैं जिनकी कंपनियां इलेक्ट्रोनिक क्षेत्र में अनुबंध आधारित कारोबार करती हैं।
बाल ठाकरे भी उत्तर भारतीय!
'शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के पिताजी खुद रोजी-रोटी की तलाश में मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र आए थे, इसलिए उनके परिवार को मुंबई में आजीविका की तलाश में आने वाले किसी भी व्यक्ति की पिटाई करने का हक नहीं है।
'यह दावा पुणे विश्वविद्यालय की महात्मा फुले पीठ के चेयरमैन और आम्बेडकर के बारे में गहरे जानकार प्रोफेसर हरि नार्के ने राकांपा के मुखपत्र 'राष्ट्रवादी' में प्रकाशित अपने लेख में किया है। गौरतलब है कि राकांपा के प्रमुख शरद पवार शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के मित्र हैं। नार्के ने इस लेख में मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा उत्तर भारतीयों के खिलाफ जारी हमलों की कड़ी आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे को अपने दादा यानी कि बाल ठाकरे के पिता प्रबोधनकर ठाकरे की आत्मकथा पढ़नी चाहिए। प्रबोधनकर ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि उन्होंने मध्यप्रदेश में अपनी पढ़ाई की और फिर वे आजीविका के लिए कई राज्यों में घूमे। नार्के ने कहा कि इस आत्मकथा से साबित होता है कि मुंबई को अपनी बपौती समझने वाला ठाकरे परिवार मुंबई का मूल निवासी नहीं हैे।
लेख में कहा गया है कि प्रबोधनकर ठाकरे का साहित्य संयोग से 1995 में महाराष्ट्र सरकार ने नार्के की इजाजत से ही प्रकाशित करवाया था। नार्के ने सवाल उठाया है कि जो लोग दो पीढ़ियों पहले रोजी-रोटी की तलाश में मुंबई आए उन्हें मुंबई में काम की तलाश में आने वालों की पिटाई का हक किसने दिया? नार्के ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि जो लोग 24 घंटे इतिहास में डूबे रहते हैं वे भला सिर्फ दो पीढ़ी पहले के इतिहास को कैसे भूल सकते हैं।
सोर्स: भाषा,
'यह दावा पुणे विश्वविद्यालय की महात्मा फुले पीठ के चेयरमैन और आम्बेडकर के बारे में गहरे जानकार प्रोफेसर हरि नार्के ने राकांपा के मुखपत्र 'राष्ट्रवादी' में प्रकाशित अपने लेख में किया है। गौरतलब है कि राकांपा के प्रमुख शरद पवार शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के मित्र हैं। नार्के ने इस लेख में मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा उत्तर भारतीयों के खिलाफ जारी हमलों की कड़ी आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे को अपने दादा यानी कि बाल ठाकरे के पिता प्रबोधनकर ठाकरे की आत्मकथा पढ़नी चाहिए। प्रबोधनकर ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि उन्होंने मध्यप्रदेश में अपनी पढ़ाई की और फिर वे आजीविका के लिए कई राज्यों में घूमे। नार्के ने कहा कि इस आत्मकथा से साबित होता है कि मुंबई को अपनी बपौती समझने वाला ठाकरे परिवार मुंबई का मूल निवासी नहीं हैे।
लेख में कहा गया है कि प्रबोधनकर ठाकरे का साहित्य संयोग से 1995 में महाराष्ट्र सरकार ने नार्के की इजाजत से ही प्रकाशित करवाया था। नार्के ने सवाल उठाया है कि जो लोग दो पीढ़ियों पहले रोजी-रोटी की तलाश में मुंबई आए उन्हें मुंबई में काम की तलाश में आने वालों की पिटाई का हक किसने दिया? नार्के ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि जो लोग 24 घंटे इतिहास में डूबे रहते हैं वे भला सिर्फ दो पीढ़ी पहले के इतिहास को कैसे भूल सकते हैं।
सोर्स: भाषा,
कांग्रेस का हाथ, गरीब के पेट पे लात
मस्त राम मस्ती में, आग लगे बस्ती में।
जी है यही हाल है कांग्रेस शासित केन्द्र सरकार की।
मुद्रास्फीति की दर 14 जून को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान बढ़कर 11.42 फीसदी पर पहुँच गई, जो इससे पूर्व सप्ताह के दौरान 11.05 फीसदी थी। समीक्षाधीन सप्ताह में ल्यूब्रिकेंट की कीमत 19 फीसदी बढ़ गई। इस दौरान सूरजमुखी तेल की कीमत 4 फीसदी बढ़ी। खली और हाइड्रोजेनेट वनस्पति की कीमत 2-2 फीसदी बढ़ी। जबकि आयातित खाद्य तेल और नमक और सरसों तेल की कीमत 1-1 फीसदी चढ़ गया।
जनता मुद्रास्फीति की इश मार से परेशान है, और एक यह सरकार है की अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी लेफ्ट, तो कभी मुलयाम के दरवाजे खटखटा रही है। आज जब देश मंहगाए के गोद में त्राहि त्राहि कर रही है, तब केंद्र सरकार के लिए नुक्लेअर डील जयादा जरूरी है।
कांग्रेस और मंहगाए का चोली दामन का साथ है।
कही इसके लिए कांग्रेस की नीत्ति तो जिमेदार नहीं ?
जी है यही हाल है कांग्रेस शासित केन्द्र सरकार की।
मुद्रास्फीति की दर 14 जून को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान बढ़कर 11.42 फीसदी पर पहुँच गई, जो इससे पूर्व सप्ताह के दौरान 11.05 फीसदी थी। समीक्षाधीन सप्ताह में ल्यूब्रिकेंट की कीमत 19 फीसदी बढ़ गई। इस दौरान सूरजमुखी तेल की कीमत 4 फीसदी बढ़ी। खली और हाइड्रोजेनेट वनस्पति की कीमत 2-2 फीसदी बढ़ी। जबकि आयातित खाद्य तेल और नमक और सरसों तेल की कीमत 1-1 फीसदी चढ़ गया।
जनता मुद्रास्फीति की इश मार से परेशान है, और एक यह सरकार है की अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी लेफ्ट, तो कभी मुलयाम के दरवाजे खटखटा रही है। आज जब देश मंहगाए के गोद में त्राहि त्राहि कर रही है, तब केंद्र सरकार के लिए नुक्लेअर डील जयादा जरूरी है।
कांग्रेस और मंहगाए का चोली दामन का साथ है।
कही इसके लिए कांग्रेस की नीत्ति तो जिमेदार नहीं ?
Friday, June 27, 2008
भारतीय ध्वज न फहराने की जाँच.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एशिया कप के दौरान नेशनल स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा नहीं फहराने की घटना की जाँच शुरू कर दी है।
एशिया कप के पहले दो दिन भारत का राष्ट्रीय ध्वज नेशनल स्टेडियम के मुख्य द्वार पर नहीं लगाया गया, जहाँ बोर्ड ने टूर्नामेंट में भाग ले रहे अन्य देशों पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, हांगकांग और संयुक्त अरब अमीरात के ध्वज लगाए थे।
भारत की हांगकांग पर जीत के बाद कप्तान महेंद्रसिंह धोनी के संवाददाता सम्मेलन में भी यह मसला उठा और उन्होंने इसका कूटनीतिक जवाब देते हुए कहा कि यह सवाल उनसे नहीं, बल्कि पीसीबी से किया जाना चाहिए।
यह गलती सुधार ली गई, लेकिन पीसीबी सूत्रों ने कहा कि इसकी जाँच की जा रही है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार था, जिसके कारण बोर्ड को शर्मसार होना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए जिस व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपी गई थी, शायद वह भारतीय ध्वज के बारे में भूल गया हो।
लेकिन यहाँ अहम् सवाल यह उठता है की हर बार यह भारत के साथ ही क्यो होता है ?
सोर्स: भाषा
एशिया कप के पहले दो दिन भारत का राष्ट्रीय ध्वज नेशनल स्टेडियम के मुख्य द्वार पर नहीं लगाया गया, जहाँ बोर्ड ने टूर्नामेंट में भाग ले रहे अन्य देशों पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, हांगकांग और संयुक्त अरब अमीरात के ध्वज लगाए थे।
भारत की हांगकांग पर जीत के बाद कप्तान महेंद्रसिंह धोनी के संवाददाता सम्मेलन में भी यह मसला उठा और उन्होंने इसका कूटनीतिक जवाब देते हुए कहा कि यह सवाल उनसे नहीं, बल्कि पीसीबी से किया जाना चाहिए।
यह गलती सुधार ली गई, लेकिन पीसीबी सूत्रों ने कहा कि इसकी जाँच की जा रही है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार था, जिसके कारण बोर्ड को शर्मसार होना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए जिस व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपी गई थी, शायद वह भारतीय ध्वज के बारे में भूल गया हो।
लेकिन यहाँ अहम् सवाल यह उठता है की हर बार यह भारत के साथ ही क्यो होता है ?
सोर्स: भाषा
जल ही जीवन है !
तमाम दावे के बाबजूद दिल्ली के लोगो के लिए फिर गर्मी, पानी के मारामारी के साथ सूरी हुआ। सरकार के तमाम दावे के पोल फिर खुल गई।
जहा दिल्ली के एक भाग को प्रयाप्त पानी मिलरहा है, वही दूसरी तरफ़ बाहरी दिल्ली, साउथ दिल्लीके नागरिक पानी के बूंद बूंद के लिए तरश रही है।
आख़िर कब सुधरेगा दिल्ली !
जहा दिल्ली के एक भाग को प्रयाप्त पानी मिलरहा है, वही दूसरी तरफ़ बाहरी दिल्ली, साउथ दिल्लीके नागरिक पानी के बूंद बूंद के लिए तरश रही है।
आख़िर कब सुधरेगा दिल्ली !
लॉर्ड्स पर नहीं दिखा तिरंगा
क्रिकेट का मक्का कहा जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर बुधवार को जब वर्ष 1983 विश्व कप की विजेता भारतीय टीम इकट्ठा हुई, तो एक बार फिर इस ऐतिहासिक जीत की याद ताजा हो गई, लेकिन इस जश्न के बीच भारत का तिरंगा झंडा कहीं नहीं दिखा।
25 वर्ष पुरानी इस जीत का जश्न नई दिल्ली से शुरू हुआ। सभी पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों ने मशहूर उद्योगपति विजय माल्या की कंपनी 'यूबी' समूह का बिल्ला अपने सूट पर लगाया था। लॉर्डस के पवेलियन में यूबी और ज्वैलरी ग्रुप गीतांजली के बड़े बोर्ड लगे हुए थे, लेकिन तिरंगा झंडा नदारद था।
इन खिलाड़ियों के साथ कृषि मंत्री और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष शरद पवार, भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अरुण जेटली और यूबी समूह के अध्यक्ष विजय माल्या यहां पहुंचे।
क्या इन बातो से यह संकेत नही मिलता की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इन महान क्रिकेटर का नाम सिर्फ़ पैसा बनाने के लिए इस्तमाल करती है ?
या क्रिकेटर सिर्फ़ पैसे के लिए खेल ते है ?
source:oneindia
Thursday, June 26, 2008
We the Winner!!!!
Finnaly Our great cricketers beat Pakistan by 6 wickets (with 47 balls remaining). Thanks to Viru and youngster Raina.
Sehwag and Raina, who was promoted to No 3, shared a explosive 198-run partnership in less than 25 overs as India galloped to victory. Pakistan were hit by the injury to Gul and couldn't find the fire power to stop the Indians.
And the great work done by Suresh Raina grabs him The Man Of The Match award. In 69 balls Raina scored 84 runs with help of 10 fours and 3 huge sixes. At the other end Sehwag scored 119 out of 95 balls with the help of 12 fours and 5 sixes.
Congrats Guys!!!!!
Lagey Raho.......
Sehwag and Raina, who was promoted to No 3, shared a explosive 198-run partnership in less than 25 overs as India galloped to victory. Pakistan were hit by the injury to Gul and couldn't find the fire power to stop the Indians.
And the great work done by Suresh Raina grabs him The Man Of The Match award. In 69 balls Raina scored 84 runs with help of 10 fours and 3 huge sixes. At the other end Sehwag scored 119 out of 95 balls with the help of 12 fours and 5 sixes.
Congrats Guys!!!!!
Lagey Raho.......
Subscribe to:
Posts (Atom)